दुनिया से जाने वाले दिलों में रहेंगे।
सिर्फ मौत नहीं हम शहादत कहेंगे,
सुलगते हुए कहते हैं हमारे ये दिल,
हम भी बदला कभी न कभी लेकर रहेंगे।।
सुमित 'सुजान'
गद्दार तो मौके की फिराक में था।
'शरीफ' बन गया वो, जो नकाब में था,
वह था कांटों की तरह हमारी राह में
जो दुनिया की नजरों में गुलाब में था।।
सुमित 'सुजान'