Saturday, June 24, 2017

चुटकी

चुटकी
देशभक्ति आपकी समय-समय पर तौलेंगे,
भले हों जुबां पर ताले, हम जरूर खोलेंगे।
वो भी दिन आएगा औबेसी जी...,
जब आप भी 'भारत माता की जय' बोलेंगे।।
सुमित राठौर

चुटकी

चुटकी
इटली से आई है दलाली की खबर,
मेडम गांधी की नीयत काली थी इधर।
कोयले के बाद हेलिकॉप्टर में भी खा गए,
बेचारे कांग्रेसी अब मुंह छुपाएं किधर।
सुमित राठौर

चुटकी

चुटकी
खड़ी होंगी फिर सबकी खाट,
सड़कों पर आने वाले हैं जाट,
अजब आरक्षण का मसला है,
'सरकार', ढूंढिए कोई नई काट।।
सुमित राठौर

चुटकी

चुटकी (सुझाव)
अब जंगल में न जाना रे प्यारे सलमान भैया,
जाओ तो न हाथ लगाना रे हिरण मिले या गैया।
बन्दूक, चाकू क्या अब सुई भी मत रखना,
वरना जीवनभर जेल में होगी रे तुम्हारी ता-ता-थैया।
सुमित राठौर

चुटकी

चुटकी
"गणपति बप्पा मोरिया",
कश्मीर प्रॉब्लम सॉल्व नहीं होरिया।
नोटंकीबाज नेताओं को भी भेजा,
गद्दार गिलानी दरवाजा ही नहीं खोलिया।।
सुमित राठौर

चुटकी

चुटकी
चुनाव में वोटों की नई फसल काटेंगे,
सुना है कि जनता को 'खाट' बांटेंगे।
लुटिया डुबो दी देशभर में पार्टी की,
राहुल अब यूपी में भी दिमाग चाटेंगे।।
सुमित राठौर

चुटकी

चुटकी
यादवी कुनबे में ये फूट किसने डाली है,
देखो, चाचा की टोपी भतीजे ने उछाली है।
कठोर हो रहे हैं अब 'मुलायम' भी,
लगता है साईकिल पंक्चर होने वाली है।।
सुमित राठौर

चुटकी

चुटकी
राजनीती में ईमान गंवाना पड़ता है,
गिरगिटों की तरह रंग दिखाना पड़ता है।
आतंकी मरने वाला अगर हो मुस्लिम,
तो घड़ियाली आंसू भी लाना पड़ता है।।

चुटकी

आतंकी हमारे जांबाज़ सपूत लेते रहे,
हम पाकिस्तान को सिर्फ सबूत देते रहे।
सेना तो देना चाहती थी दुष्टों को जवाब,
लेकिन संसद में चुपचाप कपूत बैठे रहे।।
सुमित राठौर

चुटकी

चुटकी
उपवास हो गया खत्म,
अब सत्याग्रह की बारी है।
किसान बेचारा सोच रहा,
कुर्सी के लिए कितनी मारामारी है।
सुमित राठौर

चुटकी

 चुटकी
नया यूपी देख जनता सारी दंग हो गई,
मजनुओं की चाल भी अब ढंग हो गई।
वादा कर ऐसा निभाया  योगी जी ने,
बेचारे टुंडा की दुकान भी बंद हो गई।।
सुमित राठौर