Saturday, October 20, 2018

चुटकी

अब रहा नहीं कोई मोल,
ऐसे होते दिग्गी के बोल।
जब भी ये मुंह खोलते,
फट जाता कांग्रेसी ढोल।।
                - सुमित राठौर

Tuesday, October 16, 2018

चुटकी

जब तक सूरज चाँद रहेगा,
नेताओं तुम्हारा नाम रहेगा।
आ जाओ अब हमारे दल में,
बताओ कितना दाम रहेगा।।
                 - सुमित राठौर

चुटकी

खाते अपने सूना दिखाएंगे।
कार वाले भी लूना लिखाएंगे,
आ गया है चुनाव का मौसम,
नेता! हमें फिर चूना लगाएंगे।।
                    - सुमित राठौर

Thursday, October 11, 2018

चुटकी

पैदा अक्सर ऐसे हालात हो जाते हैं,
अच्छे भले भी चालाक हो जाते हैं।
हाथी भी जान गया होगा राजनीति इनकी,
क्यूं गठबंधन से पहले तलाक हो जाते हैं।।
                                  - सुमित राठौर

चुटकी

चुनावी समीकरण छन गए,
प्रशासन के सीने तन गए।
बहुत खुश है जनता सारी,
नेता सारे आदमी बन गए।।
                   - सुमित राठौर

चुटकी

सर्फ एक्सेल में जैसे अच्छे दाग होते हैं,
परिंदों में सबसे चतुर जैसे काग होते हैं।
चुनाव में बदलते रहते हैं कई रूप अपने,
नेता हमारे ऐसे ही इच्छाधारी नाग होते हैं।।
                               - सुमित राठौर