Monday, October 7, 2013

चुनाव आए हैं


सारे नेता अपनी गली लौट आए हैं
सुना है कि फिर से चुनाव आए हैं

जो चलते थे अब तक गर्दनें ऊंची कर
झुके हुए 'सर' आज हमने उनके पाए हैं

राजनीति में हो जाते हैं सब भले चंगे
नेताओं ने भी अपने पुत्र आजमाएं हैं

देकर दर्द दूर हो गए थे जो पहले
हाथों में आज मरहम लेके आए हैं

सारे नेता अपनी गली लौट आए हैं...
सुना है कि फिर से चुनाव आए हैं...

सुमित 'सुजान', ग्वालियर

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