नज़रों को मेरी उलझा गया कोई
देखकर मुझे फिर मुस्कुरा गया कोई
उसकी अदाओं का बहुत दीवाना हूँ मैं
हरकतों से मेरी अंदाज़ा लगा कोई
आजकल रात दिन बैचैन सा रहता हूँ
आँखों से मेरी नींदे चुरा ले गया कोई
मोहब्बत का आप जादू देखिये
आया मेरा नाम शरमा गया कोई
सुमित 'सुजान'
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