राजनीति में नए नियम गढ़े जा रहे हैं,
कोसने वाले नेतागिरी में छा रहे हैं।
फिर दिखाए जाएंगे हमें कुछ सपने,
कुछ ने पहले ठगा, कुछ फिर ठगने आ रहे हैं।
सुमित 'सुजान'
कोसने वाले नेतागिरी में छा रहे हैं।
फिर दिखाए जाएंगे हमें कुछ सपने,
कुछ ने पहले ठगा, कुछ फिर ठगने आ रहे हैं।
सुमित 'सुजान'
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