Sunday, February 25, 2018

अर्ज़ किया है

कुछ ऐसे फैसला किया उसने मेरी तक़दीर का,
हिस्सा बना लिया मुझे भी अपनी तस्वीर का।

मोहब्बत से मुझे आज मालामाल कर दिया,
मुद्दतों से दिल लेकर घूम रहा था फकीर का।।
                                     -सुमित राठौर

Saturday, February 24, 2018

अर्ज किया है

झुर्रियों तक साथ देने का वादा था,
साथ जीने-मरने तक का इरादा था।
छोड़कर अकेला मुझे आज वो खुश हैं,
शायद! वादे में उनका हिस्सा आधा था।।
                          - सुमित राठौर

अर्ज किया है

आंखें कर बैठीं इज़हार, क्या करते,
दिल भी उलझा बेकार, क्या करते।
सारे इल्जाम हमने अपने सर ले लिये,
इससे ज्यादा उनसे प्यार, क्या करते।।
                         -सुमित राठौर