कुछ ऐसे फैसला किया उसने मेरी तक़दीर का,
हिस्सा बना लिया मुझे भी अपनी तस्वीर का।
मोहब्बत से मुझे आज मालामाल कर दिया,
मुद्दतों से दिल लेकर घूम रहा था फकीर का।।
-सुमित राठौर
हिस्सा बना लिया मुझे भी अपनी तस्वीर का।
मोहब्बत से मुझे आज मालामाल कर दिया,
मुद्दतों से दिल लेकर घूम रहा था फकीर का।।
-सुमित राठौर
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