सबका सुमित
Saturday, September 22, 2018
चुटकी
सबके मन में चिंता थी,
आंखें सबकी नम थीं।
भूकंप तो आया मित्रों,
तीव्रता बहुत कम थी।
-सुमित राठौर
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment