बड़ी निर्दयी हो ममता दीदी तुम,
कुर्सी बचाने में रहतीं हमेशा गुम।
जानते हैं हम बेचैनी का कारण,
मोदी पकड़े हुए हैं तुम्हारी दुम।।
- सुमित राठौर
कुर्सी बचाने में रहतीं हमेशा गुम।
जानते हैं हम बेचैनी का कारण,
मोदी पकड़े हुए हैं तुम्हारी दुम।।
- सुमित राठौर