राजनीति हम बहुत शर्मिन्दा हैं,
कुछ लोग चांटे खाकर भी जिंदा हैं।
नोट लेकर बेच रहे उम्मीदवारी,
पूछो तो कहते हैं ये तो चंदा है।।
- सुमित राठौर
कुछ लोग चांटे खाकर भी जिंदा हैं।
नोट लेकर बेच रहे उम्मीदवारी,
पूछो तो कहते हैं ये तो चंदा है।।
- सुमित राठौर
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