Wednesday, November 19, 2014

बजने लगा भारत का डंका

दुनिया में एक बार फिर भारत का डंका बजने लगा है। इसकी गूंज का अहसास प्रत्येक भारतीय के मन को आल्हादित और रोमांचित कर रहा है। पिछले कुछ दिनों से जो समाचार सुर्खियों में आए हैं उनका रिवीजन करके देखें तो गौरव का अनुभव होता है। एक तरफ भारतीय खिलाड़ी इतिहास रच रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने विजन से दुनिया के प्रत्येक रीजन को भारत की ओर देखने पर मजबूर कर रहे हैं। पहले बात भारत के खिलाडिय़ों की करते हैं जिन्होंने अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से भारत को श्रेष्ठतम बनाया। कौन भूल सकता है भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी रोहित शर्मा को जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन में खेले गए मैच में एक बार फिर दोहरा शतक लगाकर इतिहास रच दिया। रोहित की 264 रनों की पारी ने बताया कि क्रिकेट में भारत वह कर सकता है जो दुनिया का कोई बल्लेबाज अभी तक नहीं कर सका। इस खेल में अभी तक चार दोहरे शतक लगे हैं, जो सभी भारतीय खिलाडिय़ों के नाम दर्ज हैं। इसी क्रम में हमारी टीम पांचवें एक दिवसीय मैच में एक बार फिर श्रीलंका को हराकर शृंखला को जीत कर भारत आईसीसी की वनडे रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंच गयी है। खेलों की इसी कड़ी में भारतीय शटलर साइना नेहवाल और किदाम्बी श्रीकांत ने चीन में इतिहास रचकर भारत का गौरव बढ़ाया। इन दोनों ही खिलाडिय़ों ने चीन की धरती पर चाइना ओपन सुपर सीरीज के मुकाबले जीतकर खिताब अपने नाम किया और जिसकी खुशी से प्रत्येक भारतीय का शीश गर्व से ऊंचा हुआ। अब बात प्रधानमंत्री मोदी की करते हैं, मोदी दस दिन के विदेशी दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी अपनी यात्रा के दौरान जो भी कहते हैं और जो भी करते हैं उसे पूरी दुनिया टकटकी लगाकर देखती और ध्यान लगाकर सुनती है। पहले म्यांमार के आसियान सम्मेलन में और फिर ऑस्टे्रलिया के जी-20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने जो कहा उसे दुनिया के देशों ने सुना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिस्बेन में जब भारतीय योग के महत्व को बताया तो दुनिया के एक सैकड़ा से अधिक देशों ने उनकी बात का न सिर्फ समर्थन किया बल्कि विश्व में योग दिवस मनाने का विचार भी किया। इसी प्रकार महात्मा गांधी, ग्लोबल वार्मिंग और आतंकवाद पर अपने जो विचार मोदी ने रखे वह भी दुनिया के अनेक देशों में भारत का मान बढ़ाते हुए दिखाई देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ऑस्टे्रलिया में 'मोदी एक्सप्रेस' ट्रेन तक चलाना पड़ी। कुल मिलाकर इन सभी बातों पर गौर करें तो ऐसा लगता है कि भारत का विश्व विजयी अभियान शुरु हो चुका है। भारत की तरक्की से दुनिया के सभी देश अचंभित हैं। आने वाले वर्षों में भी तरक्की का यही क्रम बना रहा तो निश्चित रूप से पूरी दुनिया में सिर्फ और सिर्फ भारत ही दिखाई देगा।

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