Friday, March 25, 2016

चुटकी

ख़त्म हुई सत्ता की नूराकुश्ती जम्मू में,
भाजपा बैठेगी अब मेहबूबा के तम्बू में।

Monday, March 21, 2016

चुटकी

बड़ी मुश्किल से बेचारा जेल से छूटा है,
इसलिए प्रधानमंत्री मोदी जी से रूठा है,
कमी बाकि है कन्हैया की देशभक्ति में
लगता है वकीलों ने कुछ कम कूटा है।।
सुमित राठौर

Friday, January 22, 2016

चुटकी


रोहित तुम जबसे फाँसी पर झूल गए,
कुछ घड़यालियों के सीने फूल गए।
दलित कहकर वोटबैंक नापा जाता है,
नेता हमारे मानवता भी भूल गए।।
सुमित राठौर

Thursday, January 21, 2016

गजल

गजल
उन्हें अपनी खूबसूरती पर ग़ुमान है,
क्योंकि मेरा दिल उन पर मेहरबान है।

कुछ लोगों के इशारे पर जला दी बस्ती
तेरे शहर का शख्स कितना नादान है।

अच्छा भला था जब रहता था मेरे साथ,
जब से नेता बना है तब से बेईमान है।

परिंदों की तरह हैं मेरे भी सपने,
मेरे सर भी तो आसमान है।

सुमित राठौर