सबका सुमित
Friday, October 11, 2019
शायरी
मैं बड़ी मुश्किल में हूँ,
जबसे तेरे दिल में हूँ।
सब हैं लेकिन तू नहीं,
तन्हा हर महफ़िल में हूँ।
- सुमित राठौर
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