कोई कमाल कब हो जाए कहा नहीं जा सकता। ठीक उसी तरह जिस तरह आज रामदीन को
मोहल्ले में मिठाई बांटते हुए देखा। पूछने पर रामदीन ने बताया कि 'कल गृह
मंत्रालय में एक बड़े अफसर के पद के लिए साक्षात्कार दिया था, जिसका परिणाम
आज आया है। मिठाई नौकरी लगने की खुशी में बांटी जा रही है।' उसने बताया कि
'खुद देश के गृहमंत्री सामने साक्षात्कार ले रहे थे।'
पहले तो मैंने रामदीन को बधाई दी। उसके बाद उत्सुकतावश पूछा-'यार... रामदीन एक बात बता। गृहमंत्री जब तेरा साक्षात्कार ले रहे थे तो तुझे डर नहीं लगा?' इतना सुनते ही वह जोर-जोर से हंसने लगा और हंसते-हंसते बोला-'यार...डर तो मुझे बहुत लग रहा था लेकिन मुझसे इतना सरल सवाल किया कि मेरा जवाब सुनने पर उन्होंने स्वयं मुझे शाबाशी दी।'
'ऐसा क्या सवाल था?' -मैंने पूछा। तब रामदीन ने बताया कि उनका सवाल था कि यदि भारत में कोई बम धमाका हो जाएगा तो तुम क्या-क्या करोगे? सवाल की गंभीरता को समझते हुए मैंने पूछा-'तुमने क्या जवाब दिया।' मैं जितना गंभीर था वह उतना ही मस्ती में था। रामदीन ने जवाब दिया कि-'यदि भारत में कोई बम धमाका होगा तो हम हमेशा की तरह पहले मौके का मुआयना करेंगे। मीडिया के ज्यादा हो-होल्ला करने पर अपनी नाकामी पर चर्चा करने के बजाए गेंद पाकिस्तान के पाले में फेंक देंगे। हमेशा की तरह पाकिस्तान हमला करने की बात को खारिज कर देगा, हम हमेशा की तरह कहेंगे कि हमारे पास ठोस सबूत हैं। पाकिस्तान फिर हमसे हमेशा की तरह सबूत मांगेगा। फिर हम हमेशा की तरह सबूतों का पुलिंदा तैयार करेंगे। पाकिस्तान हमेशा की तरह थोड़े और सबूत की मांग करेगा तब हम हमेशा की तरह और सबूत भेज देंगे। जब तक हम सबूत का लेन-देन करेंगे तब तक आपका मंत्रालय बदल जाएगा और मेरा रिटायरमेंट भी हो जाएगा। मैं हर मामले को इस तरह उलझा कर रखूंगा कि न विपक्ष को मुद्दा याद रहेगा न मीडिया को और न ही देश की जनता को। सब भूल जाएंगे। हां! गड़बड़ वाली फाइलों में इतनी सावधानी से आग लगाऊंगा कि आप पर बिल्कुल भी आंच नहीं आएगी।'
रामदीन बोलता गया-'हम हमेशा की तरह पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देंगे। ठीक वैसे ही जैसे देश के कोने-कोने से पलायन कर रहे असम के पूर्वोत्तर के नागरिकों को दिखाने के लिए पाकिस्तान को दी है। भले ही उनका सरकार के ऊपर से विश्वास उठ गया हो लेकिन हमारी कार्रवाई तो जारी है। हम हमेशा की तरह वैसे ही ठोस कदम उठाएंगे जैसे कि हमने संसद हमले, मुम्बई में सीरियल बम धमाके, मुम्बई में 26 /11 का हमला, वाराणासी बम धमाके, पुणे बेस्ट बेकरी काण्ड, दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए बम धमाके को लेकर उठाए हैं। यदि कोई आतंकी धोखे से पकड़ा भी जाता है तो हम हमेशा की तरह उसे अपनी जेल में बंद रखेंगे।' रामदीन जी बोले-'मैं जानता था कि मैं जैसे ही आतंकवादियों को पकडक़र फांसी पर लटकाने की बात करूंगा तो मंत्री जी विदक जाएंगे और हाथ से नौकरी चली जाएगी। इसलिए मैंने मंत्री जी की तरह अपने स्वाभिमान, राष्ट्रभक्ति को दिमाग से निकाल दिया था।'
रामदीन के चुप होने पर आखिर में मुझे शर्म से झूठी मुस्कुराहट लाकर कहना पड़ा, 'वाह! रामदीन, तुमने तो कमाल कर दिया।'
पहले तो मैंने रामदीन को बधाई दी। उसके बाद उत्सुकतावश पूछा-'यार... रामदीन एक बात बता। गृहमंत्री जब तेरा साक्षात्कार ले रहे थे तो तुझे डर नहीं लगा?' इतना सुनते ही वह जोर-जोर से हंसने लगा और हंसते-हंसते बोला-'यार...डर तो मुझे बहुत लग रहा था लेकिन मुझसे इतना सरल सवाल किया कि मेरा जवाब सुनने पर उन्होंने स्वयं मुझे शाबाशी दी।'
'ऐसा क्या सवाल था?' -मैंने पूछा। तब रामदीन ने बताया कि उनका सवाल था कि यदि भारत में कोई बम धमाका हो जाएगा तो तुम क्या-क्या करोगे? सवाल की गंभीरता को समझते हुए मैंने पूछा-'तुमने क्या जवाब दिया।' मैं जितना गंभीर था वह उतना ही मस्ती में था। रामदीन ने जवाब दिया कि-'यदि भारत में कोई बम धमाका होगा तो हम हमेशा की तरह पहले मौके का मुआयना करेंगे। मीडिया के ज्यादा हो-होल्ला करने पर अपनी नाकामी पर चर्चा करने के बजाए गेंद पाकिस्तान के पाले में फेंक देंगे। हमेशा की तरह पाकिस्तान हमला करने की बात को खारिज कर देगा, हम हमेशा की तरह कहेंगे कि हमारे पास ठोस सबूत हैं। पाकिस्तान फिर हमसे हमेशा की तरह सबूत मांगेगा। फिर हम हमेशा की तरह सबूतों का पुलिंदा तैयार करेंगे। पाकिस्तान हमेशा की तरह थोड़े और सबूत की मांग करेगा तब हम हमेशा की तरह और सबूत भेज देंगे। जब तक हम सबूत का लेन-देन करेंगे तब तक आपका मंत्रालय बदल जाएगा और मेरा रिटायरमेंट भी हो जाएगा। मैं हर मामले को इस तरह उलझा कर रखूंगा कि न विपक्ष को मुद्दा याद रहेगा न मीडिया को और न ही देश की जनता को। सब भूल जाएंगे। हां! गड़बड़ वाली फाइलों में इतनी सावधानी से आग लगाऊंगा कि आप पर बिल्कुल भी आंच नहीं आएगी।'
रामदीन बोलता गया-'हम हमेशा की तरह पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देंगे। ठीक वैसे ही जैसे देश के कोने-कोने से पलायन कर रहे असम के पूर्वोत्तर के नागरिकों को दिखाने के लिए पाकिस्तान को दी है। भले ही उनका सरकार के ऊपर से विश्वास उठ गया हो लेकिन हमारी कार्रवाई तो जारी है। हम हमेशा की तरह वैसे ही ठोस कदम उठाएंगे जैसे कि हमने संसद हमले, मुम्बई में सीरियल बम धमाके, मुम्बई में 26 /11 का हमला, वाराणासी बम धमाके, पुणे बेस्ट बेकरी काण्ड, दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए बम धमाके को लेकर उठाए हैं। यदि कोई आतंकी धोखे से पकड़ा भी जाता है तो हम हमेशा की तरह उसे अपनी जेल में बंद रखेंगे।' रामदीन जी बोले-'मैं जानता था कि मैं जैसे ही आतंकवादियों को पकडक़र फांसी पर लटकाने की बात करूंगा तो मंत्री जी विदक जाएंगे और हाथ से नौकरी चली जाएगी। इसलिए मैंने मंत्री जी की तरह अपने स्वाभिमान, राष्ट्रभक्ति को दिमाग से निकाल दिया था।'
रामदीन के चुप होने पर आखिर में मुझे शर्म से झूठी मुस्कुराहट लाकर कहना पड़ा, 'वाह! रामदीन, तुमने तो कमाल कर दिया।'
sab raamdeen yahi to kamal kar rahe hain... unka kamal dekh dekh janta bhauchak hai...
ReplyDelete