प्यार करने की कीमत, मैं जानता हूँ,
ये है बड़ी मुसीबत, मैं जानता हूँ,
उसने आज फिर किया है वादा साथ देने का,
उसके वादे की हकीकत, मैं जानता हूँ,
आज फिर लगेगी आग मेरी बस्ती में,
उसे है जलाने की आदत, मैं जानता हूँ,
वोट मांगने जब भी वो सामने आएगा,
बदल लेगा अपनी सूरत, मैं जानता हूँ,
बूढ़े माँ-बाप मेरी जिंदगी का हिस्सा हैं,
उनको है मेरी जरूरत, मैं जानता हूँ,
- सुमित राठौर
ये है बड़ी मुसीबत, मैं जानता हूँ,
उसने आज फिर किया है वादा साथ देने का,
उसके वादे की हकीकत, मैं जानता हूँ,
आज फिर लगेगी आग मेरी बस्ती में,
उसे है जलाने की आदत, मैं जानता हूँ,
वोट मांगने जब भी वो सामने आएगा,
बदल लेगा अपनी सूरत, मैं जानता हूँ,
बूढ़े माँ-बाप मेरी जिंदगी का हिस्सा हैं,
उनको है मेरी जरूरत, मैं जानता हूँ,
- सुमित राठौर
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