Sunday, June 17, 2018

मां

आकाश बहुत परेशान था। आज गणित का पेपर है और आज ही स्कूल पहुँचने में देर हो रही है। परीक्षा 5वीं क्लास की थी। सीमा ने भी खूब समझाया लेकिन उसके माथे की शिकन जा ही नहीं रही थी। रोने जैसी शक्ल हो गई थी। हालांकि स्कूल घर से कुछ ही कदम की दूरी पर था, लेकिन लेट होने पर पनिशमेंट मिलती है, यह उसे अच्छे से पता था। सीमा ने अपने बेटे के अपने पास बुलाया, और गले लगा लिया। पूछा- पहाड़े याद कर लिए?, जोड़-घटाने का रिवीजन हो गया? अच्छे से पेपर करना। लेकिन वह तो भगवान को ही याद कर रहा था, जैसे कि भगवान ही परीक्षा देने वाले हैं। वह स्कूल पहुंचने तक भगवान का ही नाम रटता जा रहा था। उसने भगवान से प्रार्थना भी की कि आज का पेपर कैंसिल करा दें। कुछ देर बाद वह स्कूल पहुंच गया। स्कूल पहुंचने पर उसे बाहर ही गार्ड ने रोक लिया। गार्ड ने कहा- तुम यहीं रुको! अभी स्कूल के बच्चे, टीचर और स्टाफ के सभी लोग बाहर आ रहे हैं। गार्ड ने बताया कि किसी ने स्कूल में बम होने की सूचना दी है, इसलिए पुलिस पूरा स्कूल खाली करवा रही है। बम की सूचना पर प्रिंसिपल मेडम घबरा गईं। कुछ देर बाद उन्होंने आज सभी कक्षाओं के होने वाले पेपरों को कैंसिल करने की घोषणा भी कर दी। स्कूल की छुट्टी भी हो गई। इसके बाद तो जैसे आकाश हंसता हुआ घर आया। मां को पूरी बात बताई और हंसते हुए बोला-देखो मम्मी भगवान से प्रार्थना की थी न इसलिए ये पेपर कैंसिल हुआ है। कुछ देर बाद आकाश के घर पुलिस आ गई। उन्होंने अपनी जांच में पाया कि स्कूल में बम होने की झूठी खबर सीमा ने दी थी। पुलिस ने सीमा को चेतावनी देकर छोड़ दिया।
- सुमित राठौर

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