Friday, February 8, 2013

उल्लूपने की बातें


 व्यंग्य/झुनझुना

             ये वैज्ञानिक भी खूब होते हैं। लो अब उल्लुओं पर ही शोध कर लिया। खबर है कि वैज्ञानिकों ने उल्लू के सिर घुमाने के रहस्य का पता लगा लिया है। वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगा लिया है कि रात के अंधेरे में उल्लू अपना सिर बगैर किसी दिक्कत के कैसे घुमा लेते हैं। वैज्ञानिकों ने उल्लुओं की एंजियोग्राफी और सीटी स्कैन करके उल्लुओं के इस रहस्य का पता लगाया है। भई वैज्ञानिक तो वैज्ञानिक होते हैं। शोध करना उनका काम है। अपुन तो उनके आगे खुद उल्लू हैं। उल्लू में कई विशेषताएं होती हैं। सबसे बड़ी विशेषता तो यह है कि ये आपको हर शाख पर बैठा हुआ मिल जाएगा। आपने सुना भी होगा...'बर्बाद गुलिस्तां करने को, सिर्फ एक ही उल्लू काफी है; हर शाख पर उल्लू बैठा है, अंजामे गुलिस्तां क्या होगा।' उल्लू कहीं बुरा नहीं मान जाए इसलिए भगवान ने भी काफी सोच समझकर उसे लक्ष्मी जी का वहां बनाया है। लक्ष्मी जी उल्लू पर सवार होती हैं। हम भी उल्लू बनने की कोशिश करते रहे लेकिन कम्बखत मास्साबों ने हमें उल्लू नहीं बनने दिया। आज हम उल्लू होते तो लक्ष्मी जी के लिए इतना तरसना नहीं पड़ता। कम से कम 'उल्लू का पट्ठा' ही बन जाते तो कुछ तो बेहतर स्थिति होती। क्योंकि आजकल तो 'उल्लू के पट्ठे' भी काफी तरक्की कर रहे हैं। उल्लू का पट्ठा कहते-कहते सबने टाईम पास तो किया लेकिन किसी ने न तो उल्लू बनने दिया और न ही पट्ठा। हां लेकिन मेरे उल्लू मन में विद्यमान उल्लूपन कुछ ऊथल-पुथल जरुर मचा रहा है। मेरा उल्लूपन इस बात को जानने के लिए मचल रहा है कि क्या वैज्ञानिक इस रहस्य का पता लगा सकते हैं कि हमारे प्रधानमंत्री जी का सिर मैडम सोनिया की हां में हां क्यों मिलाता है? क्या वैज्ञानिक इस रहस्य का पता लगा सकते हैं कि बाबा राहुल की चमचागिरी करने वाले कांग्रेसियों के सिर किसी भी बात को लेकर न-नुकुर क्यों नहीं करते हैं? क्या वैज्ञानिक इस बात का पता लगा सकते हैं कि हमारे नेताओं के दिमाग में ऐसा कौन सा तत्व आ जाता है जिसके कारण उन्हें हिन्दुओं में आतंकवादी और आतंकियों में राष्ट्रवादी नजर आते हैं। वैज्ञानिक जरा इस बात पर शोध करके पता लगाएं कि देश की रक्षा करने वाले शहीदों के सिर जब सरहद पर काटे जाते हैं तो हमारे नेताओं के सिर शर्म से झुकते क्यों नहीं हैं? भ्रष्टाचार, हत्या, घोटोले जैसे मामलों में जब नेता और अधिकारियों को जेल भेजा जाता है तो उनके सिर उठे हुए कैसे रहते हैं? अब बाकी बातें आप भी सोचिए, मेरे उल्लूपने की बातों पर आप अपना सिर क्यों हिला रहे हैं!!!

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