हम 121 करोड़ हो गए हैं। लेकिन दिमाग एक के पास भी नहीं है। जब योजना आयोग में योजना बनाने वालों के पास ही यह तत्व उपलब्ध नहीं तो मेरे और आपके पास कितना होगा, समझ सकते हैं। दिमाग होता तो वे रेखा से छेड़छाड़ नहीं करते। पूरी दुनिया जानती है कि जिसने भी रेखा से छेड़ाछाड़ की है, उसका बड़ा बुरा हश्र हुआ है।
यह बात कहने के मेरे पास प्रमाण भी हैं। इसलिए जिस बुरे हश्र की बात कर रहा हूं, उसे समझने के लिए हमें रेखा के बारे में विस्तार से जानना होगा। रेखा कई प्रकार की होती हैं। जिनके बारे में मैं जानता हूं वह छह प्रकार की हैं। गरीबी रेखा, गणितीय रेखा, फिल्म अभिनेत्री रेखा, सीमा रेखा,हस्त रेखा और लक्ष्मण रेखा। इन रेखाओं को जिन्होंने भी छेड़ा है वह कभी भी सुखी नहीं रहा। कुछ का तो अंत ही हो गया।
पहले गरीबी रेखा की बात करते हैं। योजना आयोग में काम करने वालों को पता नहीं कौन सा भूत सवार हो जाता है कि वह बार-बार इस रेखा से छेड़छाड़ करते हैं। भारत की 70 फीसदी आबादी गरीब है, जो बिल्कुल शांति से अपना जीवन गुजार रही है। लेकिन ये योजना बनाने वाले कुछ न कुछ परेशानी खड़ी करते रहते हैं। गांव में 26 रुपए और शहर में 32 रुपए रोजाना कमाने वाल गरीब नहीं हो सकता। अब मुझे एक बात आज तक समझमें नहीं आती कि जब 26 रुपए और 32 रुपए कमाने वाले व्यक्ति गरीब नहीं है तो वह लोग कितने गरीब हैं जो सरकार और ऊंचे पदों पर बैठे करोड़ों खा रहे हैं!! सरकार ने गरीबी रेखा को छेडक़र अच्छा नहीं किया। पूरे भारत में थू-थू हो रही है!
दूसरी रेखा है गणितीय रेखा। इस रेखा से छेड़छाड़ करने पर स्कूल में बच्चे कितने पिटते हैं सबको पता है। जब भी रेखा को थोड़ा सा आढ़ा -तिरछा बनाया तो गाल पर एक ऐसा तमाचा पड़ता था कि मैडम के हाथों की रेखा छप जाती थीं।
फिल्मी अभिनेत्री रेखा तीसरी रेखा है। फिल्मों में हमने कई बार देखा है। जब कोई गुंडा रेखा से छेड़छाड़ करता तो फिल्म का नायक उसकी कितनी धुनाई करता है। गुंडे की इतनी पिटाई होती थी कि वह हमेशा के लिए सुधर जाता था।
इसी प्रकार हस्त रेखा भी है। हां इस रेखा को समझना आसान नहीं है। केवल ज्योतिषियों को यह अधिकार है। यह हस्त रेखा भगवान बनाता है। जिस किसी व्यक्ति के हाथों की रेखा ठीक नहीं होती, उस व्यक्ति की जिंदगी भी ठीक नहीं होती।
पांचवी रेखा है सीमा रेखा। पाकिस्तान ने कितनी बार इस रेखा को छेडऩे की कोशिश की! हमारे सैनिकों ने क्या हाल किया यह सबको पता है। सीमा रेखा के छेडऩे पर हमने कई बार पाकिस्तान को धूल चटाई है। इस रेखा के कारण कई बार युद्ध हो चुके हैं।
अंत में लक्ष्मण रेखा। यह रेखा बड़ी खतरनाक है। दुष्ट राक्षस रावण ने माता सीता को इस रेखा से बाहर निकाला और अपहरण कर ले गया था। इसके बाद सभी जानते हैं कि भगवान श्रीराम ने दुष्ट रावण किस प्रकार अंत किया था।
तो कुल मिलाकर कहने का आशय यह है कि रेखा से छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए। गरीबों को लक्ष्मण रेखा के भीतर ही रहने दो तो अच्छा है। वरना गरीब लक्ष्मण रेखा के पार आ गए तो आपका ही सत्यानाश कर देंगे! आपका भी वही हश्र हो सकता है जो दुष्ट राक्षस रावण का हुआ था! गरीब आदमी यदि अमीर हो गए तो आपको वोट कौन देगा? वोट नहीं मिलेंगे तो सोच लो कुर्सी भी जा सकती है.....!
यह बात कहने के मेरे पास प्रमाण भी हैं। इसलिए जिस बुरे हश्र की बात कर रहा हूं, उसे समझने के लिए हमें रेखा के बारे में विस्तार से जानना होगा। रेखा कई प्रकार की होती हैं। जिनके बारे में मैं जानता हूं वह छह प्रकार की हैं। गरीबी रेखा, गणितीय रेखा, फिल्म अभिनेत्री रेखा, सीमा रेखा,हस्त रेखा और लक्ष्मण रेखा। इन रेखाओं को जिन्होंने भी छेड़ा है वह कभी भी सुखी नहीं रहा। कुछ का तो अंत ही हो गया।
पहले गरीबी रेखा की बात करते हैं। योजना आयोग में काम करने वालों को पता नहीं कौन सा भूत सवार हो जाता है कि वह बार-बार इस रेखा से छेड़छाड़ करते हैं। भारत की 70 फीसदी आबादी गरीब है, जो बिल्कुल शांति से अपना जीवन गुजार रही है। लेकिन ये योजना बनाने वाले कुछ न कुछ परेशानी खड़ी करते रहते हैं। गांव में 26 रुपए और शहर में 32 रुपए रोजाना कमाने वाल गरीब नहीं हो सकता। अब मुझे एक बात आज तक समझमें नहीं आती कि जब 26 रुपए और 32 रुपए कमाने वाले व्यक्ति गरीब नहीं है तो वह लोग कितने गरीब हैं जो सरकार और ऊंचे पदों पर बैठे करोड़ों खा रहे हैं!! सरकार ने गरीबी रेखा को छेडक़र अच्छा नहीं किया। पूरे भारत में थू-थू हो रही है!
दूसरी रेखा है गणितीय रेखा। इस रेखा से छेड़छाड़ करने पर स्कूल में बच्चे कितने पिटते हैं सबको पता है। जब भी रेखा को थोड़ा सा आढ़ा -तिरछा बनाया तो गाल पर एक ऐसा तमाचा पड़ता था कि मैडम के हाथों की रेखा छप जाती थीं।
फिल्मी अभिनेत्री रेखा तीसरी रेखा है। फिल्मों में हमने कई बार देखा है। जब कोई गुंडा रेखा से छेड़छाड़ करता तो फिल्म का नायक उसकी कितनी धुनाई करता है। गुंडे की इतनी पिटाई होती थी कि वह हमेशा के लिए सुधर जाता था।
इसी प्रकार हस्त रेखा भी है। हां इस रेखा को समझना आसान नहीं है। केवल ज्योतिषियों को यह अधिकार है। यह हस्त रेखा भगवान बनाता है। जिस किसी व्यक्ति के हाथों की रेखा ठीक नहीं होती, उस व्यक्ति की जिंदगी भी ठीक नहीं होती।
पांचवी रेखा है सीमा रेखा। पाकिस्तान ने कितनी बार इस रेखा को छेडऩे की कोशिश की! हमारे सैनिकों ने क्या हाल किया यह सबको पता है। सीमा रेखा के छेडऩे पर हमने कई बार पाकिस्तान को धूल चटाई है। इस रेखा के कारण कई बार युद्ध हो चुके हैं।
अंत में लक्ष्मण रेखा। यह रेखा बड़ी खतरनाक है। दुष्ट राक्षस रावण ने माता सीता को इस रेखा से बाहर निकाला और अपहरण कर ले गया था। इसके बाद सभी जानते हैं कि भगवान श्रीराम ने दुष्ट रावण किस प्रकार अंत किया था।
तो कुल मिलाकर कहने का आशय यह है कि रेखा से छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए। गरीबों को लक्ष्मण रेखा के भीतर ही रहने दो तो अच्छा है। वरना गरीब लक्ष्मण रेखा के पार आ गए तो आपका ही सत्यानाश कर देंगे! आपका भी वही हश्र हो सकता है जो दुष्ट राक्षस रावण का हुआ था! गरीब आदमी यदि अमीर हो गए तो आपको वोट कौन देगा? वोट नहीं मिलेंगे तो सोच लो कुर्सी भी जा सकती है.....!