तेरे चेहरे की आराईश1 का दिवाना हुआ हूँ
तुझे दीदार कराने मैं खुद आईना हुआ हूँ
है इश्क खता तो तू बेफिक्र होके कर
किसी से न डर मैं जुर्माना हुआ हूँ
तेरे होठों को छूने की तमन्ना है बस
जी खोल के पी मैं खुद पैमाना हुआ हूँ
लुटा दे है जितनी मोहब्बत तेरे पास
मोहब्बत का मैं खुद खजाना हुआ हूँ
1. आराईश = सुन्दरता
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